इंफ्रारेड लाइट से NASA की पकड़ में आई 'तारों की फैक्ट्री', नहीं तो छिपा ही रह जाता ब्रह्मांड का यह राज
Advertisement
trendingNow12231134

इंफ्रारेड लाइट से NASA की पकड़ में आई 'तारों की फैक्ट्री', नहीं तो छिपा ही रह जाता ब्रह्मांड का यह राज

Star Formation In Universe: वैज्ञानिकों ने M17 नेबुला में एक डार्क क्लाउड का पता लगाया है. यहां बड़ी तेजी से तारों का निर्माण हो रहा है. वैज्ञानिकों ने यह खोज अब रिटायर हो चुके स्पिट्जर स्पेस टेलीस्कोप के डेटा से की है. 

इंफ्रारेड लाइट से NASA की पकड़ में आई 'तारों की फैक्ट्री', नहीं तो छिपा ही रह जाता ब्रह्मांड का यह राज

Science News: NASA के वैज्ञानिकों ने करीब 5,500 प्रकाश वर्ष दूर, ड्रैगन के आकार का धूल का गुबार देखा है. नई तस्वीर में यह गुबार तारों के साथ उड़ता हुआ महसूस होता है. विजिबल लाइट में यह आकृति कहीं गायब हो जाती है. यह गुबार Messier 17 नेबुला (Omega Nebula or Swan Nebula) के पास स्थित है जिसका पता वैज्ञानिकों को इंफ्रारेड लाइट से चला. NASA के रिसर्चर्स ने स्पिट्जर स्पेस टेलीस्कोप की खींची तस्वीर को इंफ्रारेड लाइट में देखा. तब उन्हें M17 SWex नाम के इस डार्क क्लाउड का पता चला. यहां पर बेहद तेज गति से तारों का निर्माण हो रहा है. अभी तक यहां सबसे विशालकाय तारे नहीं बने हैं जिन्हें O तारे कहा जाता है. हालांकि, तारों के बनने की वजह से M17 नेबुला चमक उठता है, उस चमक को आप नीचे तस्वीर के केंद्र में देख सकते हैं. स्पिट्जर टेलीस्कोप की इंफ्रारेड फोटो से गैस और धूल के भीमकाय 'बबल' का भी खुलासा हुआ जो M17 के बाएं किनारे पर मौजूद है.

स्पिट्जर स्पेस टेलीस्कोप ने यह फोटो मई 2009 में अपना लिक्विड कंटेंट खत्म होने से पहले खींची थी. इसके साथ ही उसने अपना वार्म मिशन शुरू कर दिया था. अब रिटायर हो चुके टेलीस्कोप की फोटो के इंफ्रारेड वर्जन ने हमें ब्रह्मांड के इस रहस्य से रूबरू कराया है.

M17 नेबुला की तरह चमकेगा यह इलाका

वैज्ञानिकों के अनुसार, M17 SWex  की लंबाई करीब 160 प्रकाश वर्ष है. एस्ट्रोनॉमर्स ने धनु नक्षत्र में मौजूद इस क्लाउड की खोज कोई चार दशक पहले की थी. लेकिन इसके भीतर क्या-क्या छिपा है, उसका पता स्पिट्जर के इंस्ट्रुमेंट्स से चला. M17 SWex के बाईं तरफ M17 मौजूद है. NASA के मुताबिक, इस क्षेत्र में मौजूद तारे और गैस अब मिल्की वे की स्पाइरल आर्म से गुजर (दाएं से बाएं की ओर बढ़ते हुए) रहे हैं. वैज्ञानिकों के अनुसार, समय के साथ यह इलाका भी M17 नेबुला की तरह चमक उठेगा.

Trending news